हेलो दोस्तों, आपका StudyDev में स्वागत है। आज हम आपको Essay on Rainy Season In Hindi के बारे में जानकारी देने वाले है। आपको पता है कि भारत जैसे त्योहारों का देश माना जाता है, उसी तरह ही यह अलग अलग ऋतु को भी दर्शाता है। भारत में जब सर्दी ख़तम होती है तो फिर गर्मी होनी शुरू हो जाती है और इसके बाद वर्षा ऋतु आरंभ हो जाती है।
आज हम आपको वर्षा ऋतु निबंध में कि भारत में यह कब से शुरू होती और कब ख़तम होती है। इसके किसानो को यह फिर आम लोगों को क्या क्या फायदे है। इसके नुकसान क्या क्या है। इन सभी सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल के दौरान मिलने वाले है। तो आप इस पोस्ट के साथ आखिर तक बने रहे। तो आइये जानते Essay on Rainy Season In Hindi के बारे में।

Table of Contents
10 Lines on Rainy Season In Hindi
भारत में गर्मी का मौसम मार्च महीने से आरंभ हो जाता है। इसी प्रकार बरसात का मौसम जुलाई महीने से शुरू होकर सितंबर के आखिर तक चलता है। यह सबका पसंदीदा मौसम होता है, क्योंकि इस समय गर्मी का प्रकोप बारिश के कारण कुछ दिनों के लिए कम होता है। इसके बिना सारे पेड़ पौदे जो कि पतझड़ के समय सुख जाते है है वह फिर से हरे हो जाते है। जिसके कारण चारों हरियाली हो जाती है। इसके इलावा सारे पक्षी और मनुष्य जाती इसका सवागत पूरी तैयारी के साथ करते है।
इस समय पर बादल पूरी तरह से साफ दिखाई देते है। बादलों का रंग हल्का नीला दिखाई देता है। चारों तरफ पक्षी उड़ते हुए नज़र आते है, हर तरफ हरे भरे वृक्ष दिखाई पड़ते है। इस वक़्त बादलों में इंदरधनुष दिखाई देने लगता है। जिसे हम सतरंगी पींघ भी कहते है। यह उस समय दिखाई देती है, जब आसमान धूप के कारण पूरी तरह साफ।
यह भी पढ़े: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
Essay On Rainy Day- बरसात का दिन
जब भी बरसात होती है, तो लोग अपने घरों से बहार निकलते है। बच्चे बाहर बरसात में नहाते हुए नज़र आते है। हर तरफ पानी ही पानी होता है। क्योंकि गाँवो में पानी का सही से इंतजाम न होने से बहुत सारा बरसात का पानी ख़राब हो जाता है जो कि नालीयों में चला जाता है। हमें इस पानी को बचाने की कोशिश करनी चाहिए। लोग अपने घरों के दौरान कुछ पकवान बनाते है। बरसात के दिनों में खीर के साथ पूड़े का रिवाज होता है। जो के लगभग हर घर बनाये जाते है।
लोग बारिश का मज़ा अपने घरों की बालकनी से लेते है। वह अपने कमरों की बारियों को खोल देते है, ताकि इस मौसम का फुल नज़ारा लिया जा सके। लोग बारिश के दौरान नाचते हुए नज़र आते है। कई लोग इस समय पर छाता और रबर के जूते पहने हुए सड़क पर चलते हुए नज़र आते है।
यह भी पढ़े: जल प्रदूषण पर निबंध
वर्षा ऋतु का प्रकृति पर असर
बरसात का प्रकृति पर पूरा असर दिखाई देता है। क्योंकि आस पास पानी ही पानी देखने को मिलता है। सारे सूखे हुए पेड़ पौदे फिर से हरे भरे हो जाते है। यह मौसम हर किसी के लिए ख़ुशी लेकर आता है। जो भी तालाब, नदियाँ और खूह खाली होते है। वह द्वारा से भरने लगते है। आस पास के मैदान में घास फिर से हरा जो जाता है।
यह वर्षा ऋतु किसानो के लिए भी अच्छा साबित होता है। क्योंकि इस समय पर पंजाब के इलावा भारत के और राज्यों में धान की फसल बोई जाती है। जिसको के सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है ,इससे वह कमी भी दूर होती है। यह वर्षा मौसम बहुत सारी बिमारियों को भी अपने साथ लेकर आता है। इसके दौरान बहुत सारा मच्छर पैदा होता है जो कि भयानक रोगों को जन्म देता है। इसी तरह यह प्रकृति के लिए फायदेमंद भी है और नुकसानदायक भी है।

वर्षा ऋतु का किसानों के लिए महत्त्व
जैसे कि आपको पता होगा कि बरसात हर किसी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। वह चाहें वातावरण हो या फिर पक्षी हो। यह सबके लिए ख़ुशी का पर्यायवरण प्रदान करती है। यह भारत के किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि भारत के कुछ राज्यों में पानी की कमी होती है। जिसके कारण वह हर साल पानी को तरसते रहते है। इस वक़्त पर बारिश उनके लिए और फसल के लिए किसी भी वरदान से कम नहीं होती है।
भारत के पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश के बिना कई और राज्य है जो कि धान की फसल की बुवाई करते है। इसके लिए पानी की बहुत ही जरूरत होती है। इस समय पर जो बरसात मौसम शुरू होता है। वह इस फसल को बहुत ही फायदा देता है, इससे फसल को खुला पानी मिलता है और फसल की बढ़ोतरी के लिए भी सामान्य होता है। इस वक़्त जिस जगह पर पानी की कमी होती है वह बरसात के पानी को गड्डों में जमा कर लेते है, ताकि इसका भविष्य में सदउपयोग किया जा सके।
वर्षा ऋतु कब शुरू और ख़तम होती है ?
भारत में चार तरह की ऋतु पायी जाती है। जिसमें कि बारिश ऋतु जिसे हम वर्षा ऋतु के नाम से जानते है। यह भारत में जुलाई से आरंभ हो जाती है। यह देसी महीने के अनुसार सावन और भादो का महीना होता है। सावन के समय सभी कुंवारी लड़कियाँ अपने मायके आती है और इस ऋतु का आनंद लेती है। आपको पता होगा कि भारत में जून और जुलाई के समय कितनी गर्मी होती है, यह बरसात का मुसम हमें इस झुलस भरी गर्मी से राहत देता है। यह लगभग तीन महीने तक चलती है। यह किसानों और खेती के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है।
वर्षा ऋतू का आगमन जुलाई महीने में होता है और इसका अंत सितंबर (अस्सू) महीने में होता है। यह मौसम हर किसी के लिए नई उमंग लेकर आता है। यह किसानों को एक नई सोच प्रदान करता है, क्योंकि किसान बारिश के कारण आगे की फसल को बोह सकक्ते है। कई फसलें जो कि सिर्फ बरसात पर निर्भर करती है। वह इससे बहुत ही प्रफुलित होती है। अनाज की पैदावार अधिक होने के कारण किसानों को अधिक लाभ होता है।

बारिश से होने वाली संक्रमण बीमारियाँ
बारिश से बहुत सारी ऐसी बीमारियाँ होती है जो के सबके लिए ही खतरनाक साबित होती है। लोग इस समय सर्दी से परेशान हो जाते है, लोगों को हल्का बुखार और खाँसी की परेशानी होती है। इस वक़्त गलियों में जिस जगह पर गड्डे होते है, उस जगह पर पानी भर जाता है और मच्छर, मखियाँ पैदा होती है। यह मच्छर हमें नुकसान पहुंचाता है। इसके काटने से हमें डेंगू, मलेरिया जैसी भयानक रोग हो जाते है।
इसके बिना ख़राब पानी पीने से भी हमें संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसके कारण हमें टाईफॉएड, डाईरिया, पेजिश रोग होने का भी खतरा बना रहता है। तो इस तरह हमें यह कई तरह के संक्रमण के रोग से भी परिचय करवाती है।
यह भी पढ़े: वायु प्रदूषण पर निबंध
वर्षा ऋतु के लाभ और नुकसान
हमें वर्षा ऋतु के कुछ लाभ भी है और इसके कई नुकसान भी है। तो आइये देखते वर्षा ऋतु के लाभ के बारे में।
- इससे हमें पानी की पूर्ती हो जाती है, जो भी गड्डे, नदियाँ नाले और तालाब खली होते है वह फिर से भर जाते है।
- यह किसानों और फ़सलों के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। क्योंकि उनको ज्यादा फसल होने से अधिक मुनाफा होता है।
- इससे पेड़ पौदों और घास को बढ़ने में मदद मिलती है।
- यह जानवरों के लिए बहुत ही लाभ पूर्ण होता है, क्योंकि इससे उनको खाने के लिए घास पर्यात मात्रा में मिलता है।
- हम अपने घर पर रखे हुए गाय और भैंस से दो वक़त दूध ले सकते है।
- यह गर्मी को कम कर देता है और हमें ठंडक का एहसास करवाता है।
वर्षा ऋतु के नुकसान
- इससे बहुत ज्यादा पानी होने फसल के सुख जाने का खतरा होता है।
- इससे जब खेत में जयादा पानी आता हो, तो जो खेत के कीटनाशक दवाईओं का छिटकाव किया होता है। वह पानी के वहाव के कारण किसी और के खेत में चली जाती है।
- इससे बाढ़ आने का खतरा भी होता है। कई जगह पर वर्षा के कारण ही बाढ़ आते है।
- इससे सडकों पर पानी के कारण जो गड्डे होते है, वह भर जाते है और आवाजाई के समय साधनों को नुकसान होता है।
- बरसात में कई तरह के संक्रमण रोग हो जाते है। जिसमे कि टाईफॉएड, हैजा और डेंगू जैसे रोग होते है।
- इसके कारण खेल के मैदान पानी से भर जाते है और हमें खेलने के लिए इनके सुख जाने का इंतजार करना पड़ता है।
अंतिम शब्द Barish Essay In Hindi
तो दोस्तों, हम अपने इस आर्टिकल को यही पर ही ख़तम करते है। आज हमने आपको Essay on Rainy Season In Hindi के ऊपर जानकारी देने की कोशिश की है। हमने आपको Essay on Rainy Season में आपको इसके आरंभ और ख़तम होने के इलावा इसके लाभ और नुकसान, इससे होने वाली बिमारियों के बारे में जानकारी दी है।
हम आशा करते है कि आपको यह पोस्ट जरूर ही पसंद आई होगी। अगर अगर आपको यह अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करे। ताकि वह भी इस जानकारी को हासिल कर सके।
[…] यह भी पढ़े: वर्षा ऋतु निबंध हिंदी भाषा में […]
[…] यह भी पढ़े:Essay on Rainy Season In Hindi […]