Operating System in Hindi (ऑपरेटिंग सिस्टम) – Types, Function, Linux & Window

operating-system-in-hindi
operating-system-in-hindi

क्या आप जानना चाहते है के Operating System क्या है? तो हम आपको इस आर्टिकल में Operating System in Hindi के बारे में जानकारी देने वाले है। ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो कि एक इंटर्फ़ेस के तोर पर कार्य करता है कम्प्यूटर हार्ड्वेर कम्पोनेंट्स और यूज़र के बीच में। आप OS को एक माध्यम कह सकते हैं, जिससे यूज़र और कम्प्यूटर के अलग अलग भाग एक दूसरे के साथ बातचीत कर सकते हैं।

Operating System in Hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम को हम सिस्टम सॉफ्टवेयर के नाम से भी जानते है, इसके बिना कंप्यूटर कोई भी काम नहीं कर सकता, इसलिए ऑपरेटिंग सिस्टम को कंप्यूटर का दिल भी कह सकते है क्योंकि सभी काम OS के साथ ही पूरे किये जाते है।

ऑपरेटिंग सिस्टम यूजर और कंप्यूटर दोनों में एक इंटरफ़ेस का काम करता है। मतलब आप जब भी कंप्यूटर में कोई एक्टिविटी करते हो तो यह ऑपरेटिंग सिस्टम की वजह से ही होता है, जैसे गाना सुनते हो किसी .mp3 file को क्लिक कर।

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है – What is Operating System in Hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम एक Software होता है, जिसकी मदद से आप अपने Computer को चला सकते हो। इसलिए जब भी आप नया Computer खरीदते हो उसमे आप सबसे पहले इसमें Window 10 या फिर Windows 11 को इंस्टाल करवाते हो दुकानदार से और इसके बाद आप Computer या अपने लैपटॉप को अपने घर ले जाते हो और इस पर काम करता हो, वरना बिना किसी Operating System के आप अपने Computer को On भी नहीं कर सकते हो।

मै आपको सीधे शब्दो में समझा देता हु, जब भी आप Computer को चलाते हो तभी ये OS ही आपको Computer इस्तेमाल करने का जरिया देता है। जैसे आप गाना सुनते हो किसी .mp3 file को क्लिक करते हो, word document के ऊपर double click करते हो, तीन-चार Window खोलके बैठ जाते हो, Keyboard से कुछ लिखते हो, और किसी भी file को Computer में Save करते हो इत्यादि।यह सारे काम आप एक ऑपरेटिंग सिस्टम की मदद से ही करते हो।यह कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम है जैसे – माइक्रोसॉफ्ट विंडो, लिनक्स,  इत्यादि। 

बहुत सारे लोगों का सवाल है कि OS को System Software क्यूँ बोला जाता है। अगर आप अपने Computer में User Software यानि कि Application Software को चलाना है तो आप बिना OS के इसको कभी चला ही नहीं सकते।

OS Computer Hardware को अच्छे से यूज़ करने में मदद करता है। Operating System मुख्य रूप से इन कुछ कामों को करता है, जैसे Keyboard से कुछ Input लेता है, Instruction को Process करता है, और Output को Computer Screen पे भेजता है। जैसे आप कीबोर्ड से लिखते हो “हेलो” यह आपको आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर शो करता है।

आप Operating system को तभी देखते हो जब आप अपना Computer को On करते हो और या जब आप Computer को बंद करते हो। आप Game, MS word, Adobe Reader, VLC मीडिया Player, Photoshop जैसे और बहुत सारे Software Computer के अंदर रहते है इनको चलाने के लिए एक Program या बड़ा Software चाहिए, जिसको हम Operating System के नाम से जानते है।

बहुत सारे Mobile में उपयोग होने वाले OS का नाम है Android है, जिसके बारे में सबको पता है। तो अभी आपको पता चल गया होगा के Operating System क्या है, और यह कैसे काम करता है।

what-is-operating-system-in-hindi
what-is-operating-system-in-hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य – Function Of Operating System

एक Computer बहुत सारे कामों को करता है, लेकिन इसका पहला काम तभी देखते हो, जब आप Computer को On करते हो और तब Operating System पहले Main Memory मतलब RAM में load होता है और इसके बाद ये User Software को कौन- कौन से Hardware चाहिए, उनको Allocate करता है।

1. Memory Management

Memory Management का मतलब है primary और Secondary Memory को Manage करना ताकि दोनों मेमोरी अच्छे से काम कर सके। Main memory मतलब RAM एक बहुत ही बड़ा Array के Bytes है।

मतलब Memory में बहुत सारे छोटे छोटे खाचें होते हैं, जहाँ पर हम कुछ data रख सकते हैं। जहाँ पर हर एक खाचें का Address होता है। Main Memory सबसे तेज चलने वाला Memory होता है, जिसको CPU Direct इस्तेमाल करता है। क्यूंकि CPU जितने भी Program को चलाता है वो सब Main Memory में ही होते हैं।

Operating System ये सारे काम करता है।

  • Main Memory का कौनसा भाग इस्तेमाल होगा, कौनसा नहीं होगा, कितना होगा, कितना नहीं किया जायेगा यह सब कुछ OS निर्धारित करता है।
  • Multiprocessing में OS decide करता है कि किस काम को Memory दिया जायेगा और किसको कितना दिया जायेगा.
  • जब Process Memory मांगती है तब उसको Memory OS दे देता है (Process का मतलब है एक Task या फिर एक छोटा काम जो की Computer के अंदर होता है)
  • जब Process का काम ख़तम हो जाता है तो OS अपनी Memory वापस ले लेता है.

2. Device Management

आप अपने Computer में Driver का इस्तेमाल जरूर करते होंगे, तो आपको Sound Driver, Bluetooth Driver, Graphics Driver, WiFi Driver के बारे में पता होगा, लेकिन ये अलग अलग Input/Output Device को चलाने में मदद करते हैं, लेकिन इन Drivers को ऑपरेटिंग सिस्टम चलाता है।

तो देखते हैं और ये OS क्या क्या करता है।

  • OS सभी Computer Devices को Track करता है और जिस Task को ऑपरेटिंग सिस्टम करवाता है उस program का नाम है I/O Controller है.
  • जैसे अलग अलग Process को Devices चाहिए कुछ काम करने के लिए, तो device Allocate का काम भी OS करता है। एक उदहारण ले लेते हैं एक Process को कुछ कार्य करने है जैसे video play करना, Print निकालना, तो ये दोनों Task Output device Monitor, printer की मदद से होगा। तो ये दोनों device को Process कब देना है ये काम OS करता है.
  • जब Process का काम ख़तम हो जाता है तो वो वापस device Deallocate करता है.

3. Processor Management (Process Scheduling)

जब multi programming Environment की बात की जाये तो OS decide करता है, की किस Process को Processor मिलेगा और किसको नहीं मिलेगा और कितने समय तक मिलेगा।

इस Process को बोला ज्याता है Process Scheduling और इसको Operating System करवाता है।

  • Operating System ये भी देखता है कि Processor खाली है या फिर कुछ काम कर रहा है, या Free है और Processor ने अपना काम ख़तम कर लिया है या नहीं। आप चाहो तो Task Manager को खोलकर देख सकते हो की कितने काम चल रहे हैं और कितने नहीं। इन Program को करवाने का सारा सरेह Traffic Controller को जाता है।
  • Process को CPU Allocate करता है.
  • जब एक Processor का काम ख़तम हो जाता है, तो वो Processor को दूसरे काम में लगाता है, और कुछ काम नहीं होने पर Processor को Free कर दिया जाता है.

4. Security

अगर हम बात करें Operating System के काम की तो यह हमारे कंप्यूटर को सिक्योरिटी भी प्रोवाइड करता है, मतलब जब भी हम अपना कंप्यूटर ओपन करते हो तो यह बिना किसी पासवर्ड के नहीं खुलता, इसका मतलब है कि Operating System हमारे सिस्टम को Unauthenticated Access से बचाता है। इसके बिना कंप्यूटर में बहुत सारे प्रोग्राम आप बिना किसी पसवर्ड टाइप किये नहीं कर सकते। इसलिए OS हमारे कंप्यूटर को सिक्योरिटी देता है।

5. File Management

एक file में बहुत सारे Directories को जोड़कर कर रखा जाता है। क्यूंकि इससे हम आसानी से data ढूंड सके। तो जानते हैं File Management में OS का क्या काम है।

Information, Location और Status को संगठित करके रखता है। ये सब file system देखता है.
किसको कोनसा Resource मिलेगा.
Resource De-allocate करना है.

इन सभी कामों के बिना OS बहुत सारे और भी काम करता है जैसे –

  • System Performance देखना
  • Error बताना
  • Software और User के बिच में तालमेल बनाना इत्यादि।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here