What are some Mahatma Gandhi interesting facts

interesting facts about Mahatma Gandhi
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महात्मा गाँधी जी कौन है ?

महात्मा गाँधी जी हमारे देश के राष्ट्रपिता है। लोग उनको बापू गाँधी जी के नाम से भी जानते है। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 में गुजरात के पोरबंदर में हुआ। इनके पिता का नाम कर्मचन्द गाँधी था और इनकी माता का नाम पुतलीभाई था।

इनके पिता जी राजकोट दीवान का काम करते थे। हम भारत में 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती को मनाते है। इनकी माता एक धार्मिक विचारों वाली और कानूनों का पालन करने वाली औरत थी। गाँधी जी सत्य के पुजारी थे वह हमेशा सच का ही साथ देते थे। गाँधी जी का पूरा नाम मोहनदास कर्मचंद गाँधी था। इन्होने अपने नाम के पीछे अपने पिता का नाम जोड़ लिया था।

आज हम आपको महात्मा गाँधी जी के बारे में बहुत सारे अनसुने किस्सों के बारे में बताने वाले है। तो जानते है महात्मा गाँधी के कुछ महत्वपूर्ण विचारों के बारे में।

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कुछ लोग महात्मा गांधी से नफरत क्यों करते हैं? 

महात्मा गाँधी जी हमारे देश के राष्ट्रपिता होने के इलावा देश को आज़ाद कराने में भी अहम योगदान दिया है। आपको पता होगा जो लोग कुछ बन जाते है लोग उनसे नफ़रत करने लगते है। कुछ लोग उनका समर्थन करते है और कुछ लोग उनको नफरत की नज़र से देखते है। महात्मा गाँधी जी से नफरत करने का सबके अलग -अलग विचार हो सकते है। आइये जानते है उनके बारे में कुछ के लोग उनसे अक्सर क्यों नफरत करते थे।

  • पहला कारण आपको बतादें की देश की आज़ादी में होने वाली देरी का कारण महात्मा गाँधी जी थे। जिसके कारण लोग उनको पसंद नहीं करते है।
  • हमारा भारत बहुत सारे धर्म और संस्कृति से बना हुआ है। लेकिन भारत में ज़्यादातर संख्या हिंदुओं की पायी जाती है। गाँधी को मारने वाले नाथू राम गोडसे एक मुस्लमान है,वह किसी के लिए नायक हो सकता है और किसी के लिए खलनायक।
  • आपको पता होगा की गाँधी किसी न किसी रूप से रूप कांग्रेस का हिस्सा रह चुके है। इन्होने अंग्रेजों के खिलाफ कभी भी लड़ाई नहीं लड़ी, इनका उनके साथ एक दोस्ती का माहौल रहा है। जो लोग गाँधी का समर्थन करते है वह कहते है कि हमें आज़ादी इसकी वजह से मिली है। क्योंकि गाँधी ने कभी भी इस लड़ाई में हथिरायों को इस्तेमाल नहीं किया, वह इस युद्ध को शांति से निपटाना चाहते थे। इस लिए लोग उनसे जलते है।
  • कई लोग जो गाँधी को पसंद नहीं करते वह मानते है कि सरदार वलभ भाई पटेल और नेता जी सुभाष चंदर बोस के राजनीतिक कार्यों का सोशण उनके प्रिय मित्र और कार्यकर्त जवाहर लाल नेहरू ने किया है।
  • एक कारण यह भी सामने आया है कि गाँधी ने जरनल ओ डायर की हत्या का समर्थन नहीं किया, जिसके कारण जलियांवाला बाग़ में कई निर्दोष लोगों की जाने चली गयी।
  • गाँधी से नफरत करने का एक कारण यह भी हो सकता है कि जब सरदार भगत सिंह को फांसी होने वाली थी, तब इसको गाँधी जी रोक सकते थे, लेकिन उन्होने ऐसा नहीं किया। क्योंकि वह भारत को आज़ाद करवाने में खुद को ही एक नायक मानना चाहते थे।

 

महात्मा गांधी की सबसे बड़ी गलतियाँ क्या हैं?

महात्मा गांधी जी ने अपने जीवन काल में कुछ बड़ी गलतियाँ की है। जिनके लिए लोग उनको आज भी कोस्ते है। कहते है न कि इंसान गलतियों पुतला है। गलतियाँ भी इंसान से ही होती है यही सभी बातें हमने अपने बचपन या अपने जीवन में कोई भी गलती होने पर सुनी होंगी। लेकिन हमारी कुछ गलतियाँ ऐसी होती है जिहने माफ़ या भुलाया नहीं जा सकता।

इस तरह ही महात्मा गांधी ने अपने आंदोलन के समय कुछ गलतियाँ की है, यह इस प्रकार है।

  • खिलाफत आंदोलन में सहयोग देना।
  • सुभाष चंदर बोस पर पंडित जवाहर लाल नेहरू की सलाह
  • डॉ. बी. आर आंबेडकर को पूना पैक्ट के लिए राजी करना।

खिलाफत  आंदोलन  – खिलाफत अंदोलन पहले विश्व युद्ध के बाद भारतीय मुसलमानों के द्वारा आरंभ किया गया आंदोलन था। इसको अली भाईओं के नेतृत्व में में चालू किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य मुसलमानों के सर्वोच्च धार्मिक नेता के रूप में माने जाने वाले खलीफा को पूरी तरह से बहाल करना था।

नाथूराम गोडसे ने गांधी की हत्या क्यों की?

नाथूराम गोडसे ने गांधी की हत्या क्यों की यह बहुत सारे लोगों का सवाल है। आपको बतादे कि गांधी की हत्या करने से पहले वह गांधी जी के विचारों से बहुत ही प्रेरित था। लेकिन फिर भी उसने बिना कुछ सोचे समझे गाँधी की हत्या कर दी। इसका क्या कारन हो सकता है, इसके बारे में जानते है।

नाथू राम गोडसा कौन था ? और क्यों हत्या की गांधी की ?

नाथूराम राम गोडसा एक हिन्दू धर्म को मानने वाला इंसान था,गाँधी ने देश बटवारे में अपना अहम योगदान दिया है। उनका मानना था कि जब भारत विभाजन हो रहा था, तब गाँधी ने भारत और पाकिस्तान के मुसलमानों का पक्ष लिया। जब कि दूसरी तरफ हो रहे हिंदुओ पर अत्याचार पर गांधी को जरा भी तरस नहीं आ रहा था।
जिसके चलते नाथू राम गोडसे ने नारायण आप्टे के इलावा 6 लोगों के साथ मिलकर गांधी हत्याकांड की योजना बनाई। और आखिरकार 30 जनवरी, 1948 को नई दिल्ली में गांधी की गोली मारकर हत्या कर गई।

इसके लिए नाथू राम गोडसे को 15 नवम्बर 1949 में अम्बाला की एक जेल में फांसी दी गई।

Source – विकिपीडिया

 

गांधी के बारे में कुछ तथ्य – 

आइये जानते है गाँधी जी कुछ महत्वपूर्ण त्थयों के बारे बारे में,  जो कि इस प्रकार है।

  • आपको बतादें, कि महात्मा गांधी जी को पाँच बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया। इसके लिए समिति ने आज तक इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार न देने पर पछतावा होता है।
  • इनको 14 बार गिरफ्तार किया गया और यह 6 साल तक जेल में रहे।
  • आपको बतादें, कि गांधी का अंतिम संस्कार जलूस लगभग 8 किलोमीटर था।
  • सुभाष चंदर बोस कहते हैं, कि अगर मैं लोगों को बुलाता हूँ तब सिर्फ 20 लाख लोग आते है। और जब गाँधी जी लोगों को बुलाते है तब 20 करोड़ लोग शामिल हो जाते है।
  • गांधी जी ने एक दिन में लगभग 18 किलोमीटर तक की यात्रा की है।

 

गांधी की भारतीय मुद्रा पर फोटो क्यों है?

आपको पता होगा कि महात्मा गांधी जी का देश को आज़ादी दिलाने में सबसे बड़ा योगदान है। जिसका हम कभी भी दें नहीं दे सकते। हमने अपने जीवन में इंडियन रूपीस को जरूर देखी होगी। भारत में चलने वाले 10 रूपए  से लेकर 2000 तक के नोट पर गांधी जी तस्वीर ही छपी होती है। आखिर इसके पीछे क्या कारण हो सकता है।

आप जो इंडियन करेंसी पर गांधी जी की फोटो देखते हो वह पहले किसी और आदमी की फोटो हुआ करती थी। इससे पहले नोटों पर पुर्तगाली राजा जिसका नाम किंग जॉर्ज द्वितीय था। उसकी तस्वीर भारतीय नोटों पर 1510 के समय देखी  जा सकती है। उन्होने इस समय गोवा परअपना कब्ज़ा कर लिया था, जिसके चलते उन्होने अपनी करेंसी चलाई, जिसका नाम एस्कुडो रखा गया।

हैदराबाद के निजाम अपने अलग से नोट छपवाते थे, जिनके पीछे सिक्कों की आकृति छपी हुई थी। आजादी के बाद भारत ने अपनी करेंसी को छापा और उस समय नोटों पर जॉर्ज VI की तस्वीर को हटाकर अशोक स्तंभ की फोटो को लगा दिया गया। इसके बाद सेंट्रल बैंक ( R ) ने साल 1996 में नोटों को बदलने का फैसला किया। रिज़र्व बैंक ने अशोक सतंभ की जगह महात्मा गांधी की तस्वीर को अशोक चक्र के बायीं और लगा दिया। इससे पहले साल 1987 जब 500 का नोट चलन में आया, तभी गांधी जी का वॉटरमार्क यूज़ किया गया।

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Image Indian Curreny – Souce Google

गांधी जी को महात्मा क्यों कहा जाता है?

आपको पता होगा गांधी जो राष्ट्रपिता के नाम से जाना जाता है। लेकिन आपने कभी सोचा है कि गांधी जी के नाम के आगे महात्मा नाम का इस्तेमाल किया जाता है। आखिर इसका क्या मतलब है और इस नाम को किसने राष्ट्रपिता को दिया। आइये जानते है इस राज के बारे में….

महात्मा शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है। जिसका मतलब “महान आत्मा” होता है। ऐसा माना जाता है कि गांधी जी को महान कवि रविंदरनाथ टैगोर ने इनको महात्मा की उपाधि दी, लेकिन कई सूत्रों अनुसार साल 1915 राजवैद्य जीवन कालीदास ने इनको सबसे पहले महात्मा का नाम दिया।

इन सभी के अनुसार महात्मा गांधी एक महान आत्मा के सामान थे। लोग उनके विचारों और सादगी भरे जीवन से बहुत ही प्रेरित होते थे। उन्होने देश की आजादी के लिए बिना हथियार लड़ाई लड़ी। जिसके कारण लोग उनसे बहुत ही भावुक हुए। इन्ही सभी कारणों को देखते हुए इनको “महात्मा” कहा जाने लगा।

 

महात्मा गांधी के द्वारा लिखे गए प्रशिद्ध पुस्तक का नाम क्या है ?

गांधी जी ने बहुत सारे किताबों को लिखा है। इनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों के नाम इस तरह से है। आप इस लिस्ट को देख सकते हो।

  • हिन्द स्वराज (1909 )
  • दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह
  • मेरे सपनों का भारत
  • ग्राम स्वराज
  • स्वाथ्य की कुंजी
  • आल मैन आर ब्रदर्स
  • नैतिक धर्म
  • कानून और वकील
  • ग्राम इंडस्ट्रीज और ग्राम स्वराज
  • हिन्दू धर्म का सार
  • महात्मा गाँधी का मन
  • सत्य भगवान है
  • नई शिक्षा के लिए
  • शिक्षा पर मेरे विचार

ये सभी किताबें महात्मा गांधी जी के द्वारा लिखी गयी है। यह उनकी कुछ प्रसिद्ध पुस्तकें है। जिनको आप पढ़कर अपने जीवन को सफल बना सकते हो।

 

तो दोस्तों हम अपने आर्टिकल को यही पर ख़तम करते है, आज हमने आपको महात्मा गांधी जी के कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में बताया है। हमने आपको गांधी जी के बारे में प्रायत जानकारी दी है। अगर आपको हमारी यह जानकारी पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

 

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